शिवनाथ साइंस कॉलेज में विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया (इको क्लब व इतिहास विभाग के तत्वधान में)
राजनांदगांव। शासकीय शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय, राजनांदगांव में दिनांक 22.04.2022 को ‘‘विश्व पृथ्वी दिवस’’ ईको क्लब व इतिहास विभाग के संयुक्त तत्वाधान में डॉ. निर्मला उमरे, संस्था प्राचार्य के मार्गदर्शन में मनाया गया। डॉ. निर्मला उमरे प्राचार्य ने कहा कि किसी भी दिवस को मनाने के पीछे उद्देश्य जागरूकता पैदा करना होता है, धरती का स्वस्थ्य ठीक रहेगा तो हम भी स्वस्थ्य रहेंगे, प्रकृति के स्वस्थ्य रहने पर ही सब जीव खुशहाल रहेंगे। दिनो-दिन बेधड़क पेड़ों की कटाई, अशुद्ध होता हवा, पानी, जैवविविधता मंे कमी चिंता का विषय है, ‘यदि धरा नहीं होगी तो सब धरा ही रह जायेगा’ कहावत चरितार्थ होगी, हमें पानी को आवश्यकता के अनुसार खर्च करना होगा, बूंद-बूंद जल का संरक्षण समय की मांग है। डॉ. एस.आर.कन्नोजे, प्राणीविज्ञान विभाग ने कहा कि विश्व पृथ्वी दिवस पर सन् 2022 का थीम है- ‘इन्वेस्ट इन अवर प्लेनेट’, धरती के लिये हम कुछ निवेश करें, लोगों का ध्यान बेरंग व शुष्क हो रही धरती को सजाने की ओर नहीं है, धरती रूखी रूष्ट व रंगहीन हो रही है। थीम का मुख्य उद्देश्य है- पृथ्वी की बिगड़ती सेहत के प्रति जागरूकता लाना, धरती की पीड़ा को समझना। यह थीम पृथ्वी को हरा भरा बनाने, रंगहीन होने से बचाने का प्रयास है। धरती हमारी मां के समान भरण पोषण करती है, स्नेह व सुविधा के साथ संसाधन प्रदान करती है।
डॉ. फुलसो राजेश पटेल इतिहास विभाग ने कहा कि बड़ती हुई जनसंख्या, जैवविविधता में कमी, पर्यावरण की घटती गुणवत्ता चिंता का विषय है। हम सब धरती के भंडार को रिक्त करने में लगे है, हम धरती से जितना ले रहे है उतना लौटाना भी होगा तभी संतुलन कायम रहेगा। वर्तमान में तेज गर्मी असहनीय हो रही है, जो ग्लोबल वार्मिंग का परिणाम है, समझदारी में ही भलाई है, हवा व मिट्टी के कुदरती रंग को बचाये, हरियाली बढ़ाये, आने वाले पीढ़ियों के रहने योग्य बनाये। पेड़ पौधों को देवतुल्य समझकर पूजे, दुनिया को शीतल रखने में जंगल उगाना एक मात्र उपाय है, ईको फ्रेंडली चीजों का उपयोग करे, प्लास्टिक से नाता तोड़े, प्रकृति व धरती बचेगी तो हम बचेंगे, अपनी धरती मां की उपेक्षा न करें।
इस अवसर पर महाविद्यालय के अधिकारीगण डॉ. स्वाति तिवारी, डॉ. गुणवंता खरे, व अधिक संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।