सुभाषचन्द्र बोस की जयंती मनायी

शासकीय शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय राजनांदगांव के प्राचार्य डॉ. गन्धेश्वरी सिंह के मार्गदर्शन में इतिहास विभाग के तत्वाधान में डॉ. फुलसो राजेश पटेल द्वारा सुभाष जी के जन्म दिवस के अवसर पर सुभाष जयंती का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़ राज्यगीत के द्वारा किया गया। सुभाष चन्द्र बोस के छायाचित्र पर पुष्प, माल्यार्पण, धूप-दीप महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. निर्मला जैन, डॉ. एस.आर. कन्नोजे द्वारा किया गया। डॉ. पटेल द्वारा कार्यक्रम के उद्देश्य, कार्य, बलिदान के बारे में जानकारी देते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि ’’सुभाषचन्द्र बोस’’ के जीवन में राष्ट्रहित सर्वोपरि है की भावना कूट-कूट कर भरा हुआ था। आई.सी.एस. की परीक्षा में उत्तीर्ण होकर सुख और समृद्ध उसके कर कमलों में अलिंगनबद्ध था, सर्वोच्च पद, मान सम्मान को ठुकराकर राष्ट्रप्रेम से वशीभूत होकर उन्हांने स्वतंत्रता आंदोलन के यज्ञ में अपने आपको समर्पित किया। काँग्रेस की अध्यक्षता की। फारर्वड ब्लॉक की स्थापना, आजाद-हिन्द फौज की स्थापना कर भारत माता की आजादी के लिए उन्होंने जनता से आव्हान करते हुए कहा था कि ’’तुम मुझे खून दो और मैं तुम्हें आजादी दूँगा’’ का प्रसिद्ध नारा दिया था। ब्रिटिश सत्ता को भारत से भगाने के लिए इन्होंने जर्मनी के तानाशाह हिटलर तथा इटली में मुसो-लिनी तथा जापान के मुत्सो हितो से सहायता मांगी थी और सैन्य शक्ति द्वारा भारत पर अधिकार करने के लिए ’’दिल्ली चलो’’ का नारा दिया था।

सुभाष चन्द्र बोस की राष्ट्रभक्ति का पाठ अपने जीवन में अंगीकार करेंगे तो हमारा राष्ट्र अग्रिम स्थान प्राप्त कर सकेगा। इस अवसर पर डॉ. कन्नोजे द्वारा उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को अनुकरण करते हुए राष्ट्र के विकास में सहभागी बनने के लिए प्रेरित किया। डॉ. नागरत्ना गनवीर ने सम्बोधन करते हुए कहा कि देश के महान सपूतों की आजादी के लिए कुर्बानी को याद करते हुए अपने राष्ट्र के सेवा के लिए आगे आकर अपने कर्त्तव्यां का निर्वहन करें। इस अवसर पर महाविद्यालय के (छात्र-छात्राऐं) विद्यार्थी तथा प्राध्यापकवृंद उपस्थित थे।

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