साइंस कॉलेज में ‘‘विश्व वानिकी दिवस’’ मनाया गया
राजनांदगांव। शासकीय शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय राजनांदगांव में दिनांक 21.03.2022 को डॉ. निर्मला उमरे, प्राचार्य के मार्गदर्शन एवं प्राणीविज्ञान तथा वनस्पति विज्ञान के तत्वाधान में ‘‘विश्व वानिकी दिवस’’ मनाया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. निर्मला उमरे ने कहा कि वृक्ष जीवन के आधार है, ये सृष्टि के श्रृंगार है ये विषैले गैसों को सोखकर बदले में प्राणवायु देते है, वृक्ष कई जीवों के लिये आश्रय स्थली बने हुये है, हरे भरे वृक्षें से सुशोभित स्थल पर मन प्रफुल्लित होता है, इसके शीतल छांव तले जीवन शांति व सुकून का अनुभव करता है। हरे भरे पार्क व उद्योन फेफड़ों का काम करते है ये वायु प्रदूषण को नियंत्रित करते है साथ ही गर्म वायुमंडल को ठंडकता प्रदान करते है। डॉ. एस.आर.कन्नोजे, प्राणीविज्ञान विभाग ने कहा कि वृक्ष हमें फल, फल, आहार, औषधियां प्रदान करते है जो हमारे जीवन का आधार है, वनों का बेतहाशा कटाव, प्रकृति के संतुलन को बिगाड़ रहा है, प्रकृति का दोहन व शोषण हो रहा है, कितनी ही प्रजातियां नष्ट हो चुकी है व कितनी ही विलुप्त होने के कगार पर है। वृक्षों के रोपण व वनों के संरक्षण से ही मानवीय सभ्यता को बचाया जा सकता है व धरती के भविष्य सुरक्षित किया जा सकता है।
डॉ. स्वाति तिवारी वनस्पति विज्ञान विभाग ने कहा कि वृक्षों से भरी धरती का आवरण जलवायु निर्माण व पर्यावरण संरक्षण का बड़ा आधार है घने जंगल बादलों को आकर्षित कर वर्षा कराते है, वृक्ष भूस्खलन व बाढ़ को रोकने का कार्य करते हैं। वृक्ष भूमि की उर्वरता को बढ़ाते है, बंजर भूमि उपजाऊ हो जाती है वहीं रेगिस्तान के प्रसार पर नियंत्रण हो जाता है। भूमि के जलस्तर में वृद्धि होती है। डॉ. नागरत्ना गनवीर राजनीति विज्ञान विभाग ने कहा कि वृक्षारोपण से मैदानों में भूमि का गिरता जलस्तर व पहाड़ों से लेकर इमारती लकड़ियों देते है, कागज उद्योग वृक्षों पर ही टिका है, वृक्षों से प्राप्त विविध उत्पाद राष्ट्रीय आय में वृद्धि करते है। वृक्ष तनाव को भी कम करते है, मानसिक स्वास्थ्य को बनाये रखते है, वृक्षारोपण हमारा पुनित कर्तव्य है, जितना अधिक हरियाली ला सके उतना ही हमारे लिये हितकर होगा।
इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी अधिकारीगण व अधिक संख्या में विद्यार्थी उपस्थ्ज्ञित रहे।