शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय में स्वामी विवेकानंद जयंती मनाया

राजनांदगांव। शासकीय शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय राजनांदगांव में दिनांक 12.01.2022 को डॉ. निर्मला उमरे, संस्था प्राचार्य के मार्गदर्शन में रासेयो के तत्वाधान में स्वामी विवेकानंद जयंती (राष्ट्रीय युवा दिवस) के रूप में मनाया गया। सर्वप्रथम स्वामी जी के चित्र पर माल्यार्पण कर हम होंगे कामयाब गीत गया गया। इस अवसर पर डॉ. निर्मला उमरे ने कहा कि स्वामी जी के विचारों को हमें आत्मसात करनी चाहिए। युवा देश के प्रति सदैव प्रेम व बलिदानी, विचार रखें, ऐसा कर युवा देश में अपना परचम लहरा सकता है। स्वामी जी ने भारत के ग्रामों में जाकर देशवासियों की सेवा करने कहा। शिक्षा ऐसी हो जिसमें शारीरिक, मानसिक व आत्मिक विकास हो, चरित्र निर्माण करने वाली शिक्षा हो, मन व बुद्धि का विकास हो जिससे आत्मनिर्भर बन सकें।
डॉ.एस.आर.कन्नोजे, रासेयो अधिकारी ने कहा कि स्वामी जी के वाक्य (छवज उम इनज लवन) स्वयं से पहले आप को रासेयो में अंगीकार किया गया है जो परोपकार की भावना से ओतप्रोत है, विचार ही व्यक्ति को सशक्त बनाता है, दुनिया की सोच व स्वामी जी के सोच में अंतर ने ही नरेन्द्र को स्वामी विवेकानंद बना दिया। स्वामी जी की जीवन यात्रा मानव से महामानव बनने की यात्रा है। डॉ. ए.एन.माखीजा वाणिज्य विभाग ने कहा कि 12 जनवरी 1863 को कलकत्ता में पिता विरेश्वर दत्त व माता भुनेश्वरी देवी ने नरेन्द्र को जन्म दिया, स्वामी जी ने पूरे भारत की यात्रा की, लोगों से मिलकर उनका रहन-सहन, वेशभूषा, बोलचाल, उनकी आवश्यकता को गहराई से आंका, उनका मानना था कि अहंकार व अभिमान को त्यागे बिना सेवा जैसे महान कार्य नहीं किया जा सकता। प्रो. गुणवंता दास, हिन्दी विभाग ने कहा कि क्रिस्टोफर कोलंबस यात्री ने 400 साल पहले जिस अमेरिका देश की खोज किया था, इस बात का स्मरण दिलाने के लिए विश्व में एक आयोजन शिकागो में किया गया था, 17 दिन चलने वाले विश्व धर्म सम्मेलन के लिए 10 हजार लोगों को बुलाया गया था। प्रो. परमेश्वर वर्मा गणित विभाग ने कहा कि स्वामी जी के दिव्यवाणी में केवल भारत ही नहीं बल्कि सारे विश्व के अध्यात्मिक उन्नयन की घोषणा है। डॉ. स्वाती तिवारी, वनस्पति विभाग ने कहा कि स्वामी जी आज नहीं है लेकिन आध्यात्म प्रकाश की जो ज्योति जला गये है वह सदा ही विश्व को प्रकाश देती रहेगी।
इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त अधिकारी, कर्मचारी व अधिक संख्या में विद्यार्थीगण उपस्थित रहें।

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