शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय, में नवनियुक्त सहायक प्राध्यापकों के लिए राज्य स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला
राजनांदगांव। शासकीय शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय राजनांदगांव में दिनांक 26.05.2022 को डॉ. निर्मला उमरे, संस्था प्राचार्य के मार्गदर्शन में आई.क्यू.ए.सी. के तत्वाधान में ‘एक दिवसीय राज्य स्तरीय उन्मुखीकरण’ कार्यशाला छŸाीसगढ़ में नव नियुक्त सहायक प्राध्यापकों के लिए आयोजित किया गया। डॉ. निर्मला उमरे ने कहा कि इस वर्कशॉप से नये सहायक प्राध्यापकों को बहुत लाभ मिलेगा, सर्विस बुक, जी.पी.एफ. पासबुक भरने के तरीके व महत्व, शिक्षण तकनीक, दैनन्दिनी, उपस्थिति रजिस्टर भरना, आयकर फार्म भरने संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी विषय विशेषज्ञों के द्वारा दी जावेगी। डॉ. अभिषेक शर्मा जिला कोषालय अधिकारी राजनांदगांव ने सर्विस बुक व जी.पी.एफ. पासबुक को सेवा के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि कर्मचारी को अपना नाम, जन्मतिथि, नामिनी, पारिवारिक विवरण, वेतनमान, वेतनवृद्धि, सेवा संबंधी विवरणों को ध्यान से भरना चाहिए तथा इसकी द्वितीय प्रति अपने पास रखनी चाहिए, उन्होंने तकनीकी त्यागपत्र के संबंध में बताया, प्राध्यापकों ने प्रश्न पूछे जिसका समाधान किया गया। श्री महेश चौरीवार, जिला कोषालय कार्यालय ने जी.पी.एफ. के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
डॉ. स्वाति तिवारी, वनस्पति विज्ञान विभाग तथा विषय विशेषज्ञ ने शिक्षण अभिगम विषय पर जानकारी देते हुए कहा कि विद्यार्थी, शिक्षक व पाठ्यक्रम शिक्षा के महत्वपूर्ण अंग है। प्रभावी शिक्षण पद्धति जिसमें व्याख्यान, प्रदर्शन, प्रोजेक्ट, खोज, प्रश्नोŸारी, समुह शिक्षण शामिल है को विस्तार से बतलाई। आई.सी.टी. को 21वी सदी के महत्वपूर्ण बताई, इसके माध्यम से शिक्षा दी जा रही है व कोरोना काल में इसकी उपयोगिता काफी लाभप्रद साबित हुई। डॉ. ए.एन.मखीजा वाणिज्य विभाग व विषय विशेषज्ञ ने शिक्षकों द्वारा भरे जाने वाले दैनन्दिनी व उपस्थिति रजिस्टर को भरने के तरीके व महत्व बतलाये। वर्कशॉप के द्वितीय सत्र में डॉ. माखीजा ने आयकर गणना पत्रक भरने संबंधी जानकारी विस्तार से दी व बताया कि इसकी शुरूआत सन् 1857 से हुई सकल आय व इनमें मिलने वाली छुट को विस्तार से समझाया, धारा 80सी से 80यू तक के तहत दी जाने वाली छूट की जानकारी दी। शासन द्वारा ली जाने वाली उपकर को बताया।
श्री परमेश्वर वर्मा व शिवेन्द्र कुमार ने नयी उच्च शिक्षा नीति के क्रियान्वयन व चुनौतियों के संबंध में अपने विचार प्रस्तुत किये। सभाभागियों से प्रतिपुष्टि फार्म लिया गया। सभी ने कार्यशाला को लाभप्रद बताया। सभी सभभागियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किये गये। छŸाीसगढ़ राज्य के 150 से अधिक नवनियुक्त सहायक प्राध्यापकों ने कार्यशाला में भाग लेकर लाभ लिया। राजनांदगांव जिले के अलावा महासमुंद, रायपुर, रायगढ़, धमतरी, दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, कबीरधाम, कोरबा, कांकेर, सरगुजा, जांजगीर चांपा के नव नियुक्त प्राध्यापक उपस्थित रहें। कार्यशाला का प्रभाव पूर्ण संचालन व आभार प्रदर्शन डॉ. एस.आर.कन्नोजे प्राणीविज्ञान विभाग ने किया, इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहें।